कवर्धा से बड़ी खबर — पूर्व विधायक मोहम्मद अकबर के करीबी पर फर्जी मतदाता नाम जोड़ने का गंभीर आरोप, FIR दर्ज
कवर्धा। विधानसभा चुनाव से पहले जिले में मतदाता सूची से जुड़ा बड़ा मामला सामने आया है। आरोप है कि पूर्व विधायक मोहम्मद अकबर के करीबी सहयोगियों द्वारा मतदाता सूची में बाहरी लोगों के नाम जोड़कर जनमत को प्रभावित करने की कोशिश की गई। इस मामले का खुलासा होते ही जिले में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है।
जानकारी के अनुसार, सैकड़ों की संख्या में बाहरी मतदाताओं के नाम कवर्धा विधानसभा की मतदाता सूची में जोड़े गए थे, जिन्हें स्थानीय निवासी नहीं माना जा रहा। इस संबंध में दो फर्जी मतदाताओं के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। इन दोनों व्यक्तियों की पहचान पूर्व विधायक के करीबी सहयोगी तैय्यब और रमिज के रूप में की गई है।
इस गंभीर प्रकरण की जानकारी देते हुए कैलाश चंद्रवंशी ने बताया कि यह पूरा मामला चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की साजिश का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि “पूर्व विधायक मोहम्मद अकबर के समर्थक अपने राजनीतिक फायदे के लिए फर्जी मतदाता जोड़ने का षड्यंत्र रच रहे थे। प्रशासन और पुलिस की सक्रियता से यह मामला सामने आया है।”
सूत्रों के अनुसार, शिकायत के बाद निर्वाचन विभाग और पुलिस की संयुक्त जांच टीम ने जांच प्रारंभ की, जिसमें कई संदिग्ध नामों की पुष्टि हुई। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि कुछ नाम ऐसे इलाकों से जोड़े गए थे जहाँ संबंधित व्यक्ति कभी निवासरत ही नहीं रहे।
कवर्धा पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि जांच में और भी नाम सामने आ सकते हैं। यदि यह साबित होता है कि यह कार्य संगठित तरीके से किया गया, तो और भी लोगों पर कार्रवाई संभव है।
जनता के बीच इस खुलासे के बाद चर्चा तेज है कि क्या चुनावी फायदे के लिए मतदाता सूची में हेरफेर की जा रही थी? अब नजर इस बात पर है कि जांच में और किन लोगों की भूमिका सामने आती है।
मुख्य बिंदु:
कवर्धा विधानसभा क्षेत्र में फर्जी मतदाता नाम जुड़ने का मामला।
दो फर्जी मतदाताओं पर FIR दर्ज।
आरोपी पूर्व विधायक मोहम्मद अकबर के करीबी बताये जा रहे हैं — तैय्यब और रमिज।
कैलाश चंद्रवंशी ने किया खुलासा।
पुलिस व निर्वाचन विभाग की जांच जारी।







