ग्राम विकास के नाम पर भ्रष्टाचार! 4.77 लाख की नाली बनी मुसीबत, तकनीकी अधिकारी पर मनमानी और कमीशनखोरी के आरोप
सहसपुर लोहारा। जिले के जनपद पंचायत सहसपुर लोहारा अंतर्गत ग्राम सोनपुरी (ग्राम पंचायत रामेहपुर) में गौण खनिज मद से स्वीकृत पक्की नाली निर्माण कार्य भ्रष्टाचार और लापरवाही का शिकार हो गया है।
प्रशासकीय स्वीकृति क्रमांक 1081 दिनांक 8 जून 2023 के तहत ₹4.77 लाख की लागत से “भरोसा के घर से सरवन के घर तक नाली निर्माण कार्य” किया जाना था, लेकिन कार्य न तो प्राक्कलन के अनुरूप हुआ और न ही गुणवत्ता मानकों का पालन किया गया।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि गलत मूल्यांकन और घटिया निर्माण के चलते नाली की खुदाई में जेसीबी से किया गया था जिससे आसपास के घरों को नुकसान पहुंचा था , और अब उस स्थल को जर्जर व अधूरा छोड़ दिया गया है। नाली निर्माण का उद्देश्य जहां ग्रामवासियों को सुविधा देना था, वहीं अब वह असुविधा और जलभराव की नई समस्या बन चुका है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि तकनीकी अधिकारी सुमन मोहिले ने कार्य में पारदर्शिता और जनसुविधा के बजाय कमीशन को प्राथमिकता दी, जिससे सरकारी राशि का दुरुपयोग हुआ और जनता के हितों की अनदेखी की गई।
ग्रामवासियों ने संबंधित विभाग और जिला प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ग्राम विकास कार्य भ्रष्टाचार की भेंट न चढ़ें।





