कस्तूरबा गांधी आवासी विद्यालय में शाला प्रवेश उत्सव का भव्य आयोजन- “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण कर बच्चों को दी शिक्षा की महत्ता की सीख
सहसपुर लोहारा। कस्तूरबा गांधी आवासी विद्यालय में शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन उत्साह और गरिमा के साथ किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्रांगण में अनेक गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही, जिन्होंने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए प्रेरणादायी संदेश दिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि नगर पंचायत सहसपुर लोहारा के अध्यक्ष श्री संतोष मिश्रा जी रहे। उनके साथ मंच पर श्री महेंद्र श्रीवास्तव, श्री ओम प्रकाश साहू, श्री यादवेंद्र मांडवी, तथा श्री सौरभ श्रीवास्तव विशेष रूप से उपस्थित रहे। विद्यालय की अधीक्षिका श्रीमती नम्रता वैध एवं समस्त शिक्षिकाएँ भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं।
“एक पेड़ माँ के नाम” — वृक्षारोपण से पर्यावरण संरक्षण का संदेश
कार्यक्रम की विशेष पहल के रूप में, भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी की मनसा अनुसार “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के अंतर्गत विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण किया गया। यह भावनात्मक पहल न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक छोटा लेकिन सार्थक कदम है, बल्कि मातृत्व के प्रति सम्मान और भावनात्मक जुड़ाव को भी दर्शाता है।
बच्चों को दी शिक्षा की महत्ता की प्रेरणा
अपने संबोधन में श्री संतोष मिश्रा ने समस्त विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा:
“शिक्षा केवल किताबी ज्ञान नहीं है, यह जीवन की दिशा और सोच को आकार देती है। यह व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाती है और समाज को सशक्त करती है। पढ़ना, लिखना, सोचने की क्षमता विकसित करना—यह सब शिक्षा का हिस्सा है। यह विभिन्न संस्कृतियों और विचारों को समझने में मदद करती है, जिससे सहिष्णुता और आपसी सम्मान बढ़ता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि आज के बच्चे ही कल का भविष्य हैं और उन्हें शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाना हम सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि शिक्षा से ही समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है, और एक शिक्षित नागरिक ही देश के विकास में अपना योगदान दे सकता है।
आयोजन में दिखा सामूहिक सहभाग
कार्यक्रम में बच्चों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी गईं, जिससे उत्सव का वातावरण और भी जीवंत हो उठा। विद्यालय की अधीक्षिका श्रीमती नम्रता वैध ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया और बच्चों के शैक्षणिक व सर्वांगीण विकास में सामूहिक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
समापन पर वृक्षारोपण कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमें अतिथियों, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने भाग लिया। पेड़ों के संरक्षण की शपथ लेते हुए सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि पर्यावरण और शिक्षा दोनों ही हमारे भविष्य की नींव हैं और इन्हें संरक्षित करना हमारा कर्तव्य है।