शासकीय प्राथमिक शाला जिंदा में साक्षर भारत परीक्षा का आयोजन नहीं हो सका, परीक्षार्थी लौटे निराश
कवर्धा। शासकीय प्राथमिक शाला जिंदा, विकास खंड कवर्धा में आयोजित साक्षर भारत परीक्षा में शामिल होने के लिए आए परीक्षार्थी काफी देर तक स्कूल के ताले नहीं खुलने के कारण निराश होकर वापस लौट गए।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विद्यालय का ताला सुबह 1:30 बजे तक नहीं खुला था, जिसके कारण परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने में देरी हुई। इससे परीक्षार्थी और उनके परिजन खिन्न हो गए, क्योंकि उन्होंने अपनी पूरी तैयारी के साथ परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए समय से पहुंचने का प्रयास किया था।
इस घटना के कारण परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए आए परीक्षार्थियों का समय बर्बाद हो गया और वे बिना परीक्षा दिए निराश होकर लौट गए। कुछ परीक्षार्थियों ने बताया कि वे कई घंटे तक स्कूल के बाहर इंतजार करते रहे, लेकिन ताला नहीं खुलने के कारण उन्हें बिना परीक्षा दिए लौटना पड़ा।
स्थानीय लोग और अभिभावक इस प्रशासनिक लापरवाही पर चिंता जताते हुए इसकी जांच की मांग कर रहे हैं। कई लोगों ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाएं परीक्षार्थी के भविष्य पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं।
वहीं, शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर उठ रहे है सवाल, परीक्षा के इस प्रकार के आयोजन में प्रशासन की ओर से उपेक्षा करने के कारण परीक्षार्थियों को काफी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ा है।
यह घटना शिक्षा व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता को उजागर करती है, ताकि भविष्य में परीक्षार्थियों को ऐसी परिस्थितियों का सामना न करना पड़े।