पीएम श्री स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सहसपुर लोहारा में राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी 2024–25 का आयोजन किया गया।
सहसपुर लोहारा। पीएम श्री स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम विद्यालय सहसपुर लोहारा में शनिवार को जिला शिक्षा अधिकारी कबीरधाम–श्री वाई डी साहू एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी सहसपुर लोहारा–श्री संतोष भास्कर के कुशल मार्गदर्शन में 21वीं राज्य स्तरीय गणित एवम् पर्यावरण प्रदर्शनी एवम् राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी 2024–25 तथा राष्ट्रीय विज्ञान सेमिनार 2024–25 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भाजपा मंडल अध्यक्ष श्री संतोष मिश्रा एवं शाला विकास समिति के अध्यक्ष श्री दानी प्रकाश मिश्रा के साथ ही श्री दिवाकर डडसेना, श्री रामचरण पटेल, श्री सौरभ श्रीवास्तव, श्री हेमंत साहू उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में छात्र छात्राओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया तथा अपने आस पास की समस्याओं से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर मॉडल तथा प्रोजेक्ट तैयार किया। उक्त प्रतियोगिता में गणित तथा विज्ञान विषयों के अतिरिक्त पर्यावरण से जुड़े अन्य विषयों पर भी छात्रों ने मॉडल बनाकर अपनी वैज्ञानिक दृष्टिकोण तथा उत्कृष्ट कला का प्रदर्शन किया। विभिन्न विधाओं में आयोजित उक्त प्रतियोगिता में निर्णायकों ने कई बिंदुओं पर मॉडल का आकलन कर अपना निर्णय दिया। जिसमें गणित विषय में कक्षा 11 वीं से तुषार एवं साथी प्रथम स्थान पर तथा निहाल एवं साथी द्वितीय स्थान, विज्ञान विषय में हरीश साहू कक्षा दसवीं प्रथम तथा भूपेंद्र गंधर्व और दीक्षा द्वितीय स्थान, हायर स्तर में कक्षा 11वीं से चांदनी देवांगन एवम् साथी प्रथम स्थान पर तथा चांदनी वर्मा द्वितीय स्थान पर रहे। इसके साथ ही अन्य विषयों पर भी छात्रों के उत्साहवर्धन हेतु विजेताओं को प्राचार्य श्री मनहरण लाल तुर्केले व माननीय अतिथियों द्वारा पुरस्कार प्रदान किया गया।
प्राचार्य महोदय ने अपने उदबोधन में कहा कि इस प्रकार की प्रदर्शनी छात्रों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण व सकारात्मक विचारों का विकास करता है छोटे स्तर पर हो या बड़े स्तर पर हो, हर एक मुद्दे को लेकर इतनी गहनता से जिन विद्यार्थियों ने आकर्षक माडल तथा अपना विचार हमारे समक्ष प्रस्तुत किया है, वे निश्चित रूप से एक दिन देश के महान वैज्ञानिक के रूप में नगर के साथ – साथ विद्यालय तथा माता–पिता का भी नाम रोशन करेंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं तथा गणमान्य नागरिक और अतिथियों का विशेष योगदान रहा।