आज चैत्र नवरात्रि में निकलेगा अष्टमी को कवर्धा में खप्पर
कवर्धा। चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि पर इस बार कवर्धा में पारंपरिक रूप से खप्पर यात्रा का आयोजन किया जाएगा। यह धार्मिक आयोजन हर साल की तरह इस बार भी पूरी श्रद्धा, आस्था और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। खप्पर यात्रा मां काली की आराधना का एक विशेष प्रतीक मानी जाती है, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु भाग लेते हैं।
खप्पर यात्रा की परंपरा और महत्व
खप्पर यात्रा कवर्धा की एक प्राचीन परंपरा है, जो नवरात्रि के अष्टमी के दिन निकाली जाती है। इस दौरान देवी काली की प्रतिमा को विशेष श्रृंगार के साथ सजाया जाता है और नगर भ्रमण कराया जाता है। यात्रा में देवी को खप्पर (एक प्रकार का पात्र जो प्रतीक रूप से बलि या अर्पण के लिए उपयोग होता है) के साथ ले जाया जाता है, जिसे विशेष शक्ति और विजय का प्रतीक माना जाता है।
भक्तों की उमड़ी भीड़, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
यात्रा के दौरान भारी संख्या में श्रद्धालु ‘जय मां काली’ के जयघोष के साथ शामिल होते हैं। ढोल-नगाड़ों और मंत्रोच्चारण के बीच वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो जाता है। जिला प्रशासन और पुलिस विभाग द्वारा यात्रा मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की व्यवस्था भी की गई है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से निपटा जा सके।